स्कूल में मासूम से हुए डिजिटल रेप की जांच के बाद घटना को छिपाने और सबूत को मिटाने के आरोप में क्लास टीचर और स्कूल एडमिन गिरफ्तार
टीचर और स्कूल एडमिन गिरफ्तार
नोएडा के सेक्टर-27 स्थित एक निजी स्कूल की प्री-नर्सरी की मासूम छात्रा से हुए डिजिटल रेप करने के मामले में जांच कर रही कोतवाली सेक्टर-20 पुलिस ने देर रात स्कूल की क्लास टीचर और स्कूल एडमिन को गिरफ्तार कर लिया है. दोनों पर घटना को छिपाने और सबूतो को नष्ट करने का दोषी पाया है. पुलिस इस मामले में 10 अक्तूबर को मुकदमा दर्ज कर आरोपी सफाईकर्मी नित्यानंद को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. मासूम छात्रा से हुए डिजिटल रेप करने के मामले में परिजनो ने जो शिकायत दर्ज कराई है उसके अनुसार, मासूम से स्कूल में सफाईकर्मी ने अक्तूबर के पहले सप्ताह में डिजिटल दुष्कर्म किया था। जब बच्ची के गुमसुम रहने पर उन्होने बच्ची से बात की, तो घटना का पता चला. 8 अक्तूबर को बच्ची रोने लगी और पेट में दर्द होने की शिकायत के बाद बच्ची को परिजन डॉक्टर के पास ले गए, जहां बच्ची से अश्लील हरकत का पता चला। इसके बाद माता-पिता ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने 10 अक्तूबर को मामला दर्ज कर आरोपी नित्यानंद को गिरफ्तार कर लिया।
एडीसीपी मनीष कुमार मिश्रा ने बताया कि मामले की विवेचना के दौरान क्लास टीचरमधु मेनघानी और स्कूल एडमिन दयामय महतो को गिरफ्तार किया गया है। दोनों को घटना को छुपाने का दोषी पाया गया है। परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही बरतने व साक्ष्य मिटाने का आरोप लगाया था। परिजनों ने कहा कि घटना के दिन जब बच्ची रोने लगी तो क्लास टीचर को पता चल गया था, लेकिन उसने बच्ची पर मां से न बताने दबाव डाला था। बच्ची को डराया गया। स्कूल से इस घटना से जुड़े साक्ष्य को मिटाए गए हैं। घटना वाली जगह का कोई वीडियो नहीं मिला है, जब कि उस जगह पर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ था. मासूम बच्ची के साथ हुई यह पहली घटना नहीं है, एक महीने पहले कोतवाली सेक्टर 24 स्थित एक निजी स्कूल की जूनियर विंग में भी इसी तरह की घटना हुई थी, जब स्कूल के निर्माण कार्य में लगे मजदूर ने एक बच्ची से डिजिटल रेप किया था। मामले में पुलिस ने स्कूल की प्रिंसिपल, क्लास टीचर, सुपरवाइजर समेत मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।