जीपीकेएल और आईपीकेएल का विलय, मिश्रित रूप से ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग (जीआई-पीकेएल) की घोषणा
ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग (जीआई-पीकेएल) की घोषणा
विलय के बाद ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग के बैनर तले एक साथ खेलती नजर आएंगी महिला और पुरुष टीमें
गुरूग्राम (हरियाणा), 20 दिसंबर: गुरुवार को हुए एक समारोह के दौरान आयोजकों ने ग्लोबल प्रवासी कबड्डी लीग (जीपीकेएल) और इंडियन प्रीमियर कबड्डी लीग (आईपीकेएल) के गठबंधन की जानकारी देते हुए संगठित रूप से ग्लोबल इंडियन प्रवासी कबड्डी लीग (जीआई-पीकेएल) की घोषणा कर कबड्डी जगत में खलबली मचा दी। कबड्डी के इतिहास में ऐसा पहली है, जब पुरुष और महिलाएं दोनों मैट के एक ही प्रारूप पर, एक ही बैनर तले प्रतिस्पर्धा करते नजर आएंगे। जीपीकेएल का फोकस हमेशा से ही महिला सशक्तीकरण पर रहा है और ऐसे में आईपीकेएल के साथ यह विलय लीग को वैश्विक स्तर पर बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण छलांग है। जीआई-पीकेएल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दुनिया भर के कबड्डी खिलाड़ियों को एक साथ एक मंच पर लाने का काम कर रहा है।
विलय के बारे में बोलते हुए होलिस्टिक इंटरनेशनल प्रवासी स्पोर्ट्स एसोसिएशन (HIPSA) की अध्यक्ष सुश्री कंथी डी सुरेश ने कहा कि, “एक ही बैनर के नीचे पुरुषों और महिलाओं का एक साथ प्रतिभागी बनाना हमारी महिला सशक्तिकरण की रणनीति का ही हिस्सा है। यह न केवल हमें लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करेगा, बल्कि महिलाओं का अपने पुरुष समकक्षों के साथ एक ही लीग के तहत खेलना समानता का भी संदेश देगा, जो पहले कभी नहीं हुआ। फिलहाल हमारा फोकस जल्द से जल्द इसे क्रियान्वित करने पर है।”
बातचीत को आगे बढ़ते हुए आईपीकेएल के निदेशक सोहन तुसीर ने कहा कि, “इस विलय के बाद फ्रेंचाइजी मालिक भी एक साथ पुरुष और महिला दोनों ही टीमों को अपना हिस्सा बनाने में रुचि दिखा रहे हैं। फिलहाल कुछ मशहूर हस्तियों को भी जीआई-पीकेएल का हिस्सा बनाने और एक साथ दो टीमों का मालिक बनाने पर विचार किया जा रहा है।”
हमेशा से ही HIPSA कबड्डी के वैश्विक विकास को लेकर प्रतिबद्ध रहा है। 2023 में जीपीकेएल ने दुनिया भर में महिला कबड्डी को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा राज्य सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए थे। इससे पहले, HIPSA ने सभी महाद्वीपों में खेल का विस्तार करने के लिए यूनाइटेड किंगडम स्थित विश्व कबड्डी निकाय के साथ भी 10 वर्ष के लिए करार किया था । यह प्रयास चार महाद्वीपों में पुरुषों के लिए कम से कम 75 देशों और महिलाओं के लिए 45 देशों में सक्रिय भागीदारी जैसे मानदंडों को पूरा करके ओलंपिक में कबड्डी को शामिल करने के महत्वाकांक्षी लक्ष्य पर आधारित है।
तीन राष्ट्रीय पुरस्कार जीतने वाले फिल्म फौजा के मुख्य अभिनेता और जीपीकेएल के एवीपी कार्तिक दम्मू ने कहा कि, “जीआई-पीकेएल का चैंपियनशिप ट्रॉफी विजेता प्रशंसकों के लिए एक आश्चर्य की तरह होने वाला है। फिलहाल मैं सब कुछ तो नहीं बता सकता, लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि जीआई-पीकेएल चैम्पियनशिप का विजेता या तो पुरुष टीम होगी या तो महिला टीम चाहे अपने प्रारूप में विजेता कोई भी रहा हो।”
जीआई-पीकेएल की शुरुआत 12 टीमों के साथ होगी, जिसमें 6 पुरुष और 6 महिला टीमें शामिल होंगी। पहले सीजन में कुल 66 मैच खेले जाएंगे। लगभग एक महीने तक चलने वाली इस लीग की अवधारणा को लेकर कबड्डी जगत में काफी दिलचस्पी है और सभी इसका हिस्सा बनने को लेकर उत्सुकता जाहिर कर रहे हैं।
फिलहाल राष्ट्रीय महासंघ को उनके अंतर्राष्ट्रीय सहयोगी द्वारा निलंबित कर दिए जाने और खेल मंत्रालय द्वारा मान्यता रद्द किए जाने के कारण भारतीय कबड्डी प्रशासन लगातार उलझन में है। हालांकि विवाद न्यायिक अदालतों में जारी है और नया खेल विधेयक जल्द ही पेश होने की संभावना है, जो भारत में खेल प्रशासन को सुव्यवस्थित करने की आशा की किरण है। विधेयक में प्रस्तावित खेल नियामक निकाय उन सभी मामलों को संभालने के लिए तैयार है जो वर्तमान में विवाद में हैं और यह सुनिश्चित करेंगे कि खेल प्रशासन प्रक्रिया अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति और संबंधित अंतरराष्ट्रीय महासंघों के साथ समन्वयित हो जो वैश्विक स्तर पर खेल को विनियमित करते हैं।